Thursday, July 8, 2010

एक प्यारी सी बहन

प्रिय ब्लॉगर्स ,,
अब मेरे पास एक प्यारी सी छोटी सी बहन है। धीरे धीरे बहन से आत्मीयता बढती गई ,, इस बीच हमारे कॉलेज के पास एक फ्रेंड (रू ) का घर था हम सभी दोस्त वहां बैठते थे इस से भाई बहन का रिश्ता और गहराता गया। ३ दिनों के लिए कुछ जरुरी काम आ जाने के कारण मैं कॉलेज नहीं जा पाया तीसरे दिन शाम को फ़ोन की घंटी बजी ट्रिन पापा ने फ़ोन उठाया और कहा तुम्हारा फ़ोन है,, मैंने फ़ोन लिया उधर से sis थी। पता नहीं क्यों दिल की धड़कने बढ़ गई । sis बोली भैया क्या बात है ? कॉलेज कैसे नहीं आ रहे हो ?? " तबियत ख़राब है " । भैया मैडम ने बहुत सा प्रैक्टिकल बता दिया है। आप कैसे लिखोगे ?? " क्या पता " आप मेरे से घर आके ले लो । "पर घर पे कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी।" नहीं भैया " ठीक है मैं थोड़ी देर में आता हूँ। ओके भैया। थोड़ी देर में मैं sis के घर पंहुचा ( मन में बहुत सी बातें थी की सेम कास्ट है शायद sis के घर वाले नाराज़ हो॥ पर........ क्या हुआ sis के घर पे ये अगली बार तब तक के लिए प्रणाम

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